ये है भारत का justice system...


एक अंग्रेज भारत घूमने आया... ताज गया... दिल्ली गया... वाराणसी गया... तो किसी ने उससे कहा कि यदि आपने गाँव नहीं घूमा तो समझो भारत नहीं घूमा... वो उत्तर प्रदेश के एक गाँव मे गया तो देखा कि सामने से दो जूलूस आ रहे थे... एक में  आगे आगे चल रहा एक आदमी लंगोट पहने था, और गले मे खूब माला पङी थीं, और सैकड़ों लोग उसकी जय जयकार कर रहे थे... दूसरे जुलूस मे आगे चल रहा आदमी बिलकुल नंगा था उसके साथ भी सैकड़ों लोग थे और उसके पैर छू रहे थे...
.
अंग्रेज के पूछने पर गाँव वालों ने बताया कि दोनो बङे जमींदार हैं उनके बीच विवाद हो गया मामला कोर्ट मे गया... जिसका आज 30 साल बाद फैसला हुआ है... जो केस जीता है उसके पास लंगोट बचा है और जो जमींदार केस हारा है वो नंगा वाला है... चूँकि दोनों जमींदार हैं इसलिए लोग दोनों के पैर छूते हैं...  इसीलिए कहा गया है जीता मुवक्किल हारे बराबर, हारा मुवक्किल मरे बराबर...  ये है भारत का justice system...